Devkinandan Thakur Ji Biography In Hindi – देवकीनंदन ठाकुरजी

Devkinandan Thakur Ji Biography In Hindi

तो आज हम बात करने वाले हैं Shri Devkinandan Thakur Ji Bio In Hindi प्रसिद्ध गुरु महाराज देवकीनंदन ठाकुर जी के बारे में आइये सबसे पहले उनके जीवन परिचय के बारे में बात करते हैं श्री देवकीनंदन ठाकुर एक आध्यात्मिक गुरु है और साथ ही मानवतावादी भी है वह एक धार्मिक गुरु है उनका मधुर भजन प्रवचन हर आत्मा के अंदर आनंद लता है।

उनकी कीर्तन में भक्तों की बड़ी संख्या भाग लेती है क्यूंकि वह भगवन श्री कृष्णा की उपस्थिति को सामने रखते है। देवकीनन्दन ठाकुर जिन्हे ठाकुर जी महाराज के लोकप्रिय नाम से जाना जाता है वह राधा सर्वेश्वर जी के भक्त है। भागवत कथा की एक महान प्रवक्ता है। और उन्होंने दुनिया भर के कई देशों में लोगों को आध्यात्मिकता के आनंद का अनुभव कराया है।

श्री देवकीनंदन ठाकुर जी महाराज के द्वारा वृन्दावन उत्तर प्रदेश में भव्य मंदिर भी बनाया गया है दुनिया में ऐसा मंदिर कही नहीं है। क्यों की यही ऐसा मंदिर है जहाँ हम राधा कृष्णा को कमल के ऊपर देख सकते हैं।

Shri Devkinandan Thakur Ji Maharaj Bio In Hindi

अब हम उनके बचपन की और प्रकाश डालते हैं बचपन में ही अनमन दिव्य अन्तर्दृष्टि और महानता के लक्षण दिखाई दे गए थे बचपन में ही उन्होंने अपने घर को छोड़ दिया और वृन्दावन में रहने लगे जहाँ उन्होंने ब्रिज के प्रसिद्ध रसाली संसथान में भाग लिया जहाँ उन्होंने भगवन कृष्णा और भगवन राम के रूप का प्रदर्शन किया। श्री धाम वृन्दावन में उन्होंने अपने आध्यात्मिक गुरु सतगुरु आनंद विभूति भगवत आचार्य पुरुषोत्तम शरण शास्त्री जी से मुलाकात की जहाँ उन्होंने अपनी शिक्षा दीक्षा प्राप्त कि। अब महाराज जी ने भागवत वाचन की शुरुआत कैसे हुई यह जानेगे।

असली नामश्री देवकीनंदन ठाकुरजी महाराज
जन्म तारिक12 सितंबर 1978
Caste ब्राह्मण
Age43 वर्ष
जन्म स्थानमथुरा [उत्तर प्रदेश]
Education Graduate
गुरु  आचार्य पुरुषोत्तम शरण शास्त्री जी
कार्यकथा वाचन
धर्महिन्दू [ब्राम्हण]
Height5.5 feet
Weight75 Kg
Foundationविश्व शांति सेवा चैरिटेबल ट्रस्ट

श्री देवकीनंदन ठाकुर जी को आध्यात्मिक और साथ ही वैदिक ज्ञान प्राप्त है। जब वे 13 वर्ष के थे तब उन्होंने अपने सतगुरु के आशीर्वाद से श्रीमद भागवत पुराण को सिख लिया था। उन्होंने थोड़ी सी अवधि के भीतर ही प्राचीन ग्रन्थ को न केवल पढ़कर बल्कि आत्मा से अध्ययन किया उनके सतगुरु को उनके अंदर की प्रतिभा को पहचान में देर नहीं लगी इस तरह उनके साथ गुरु ने उनका नाम श्री देवकीनंदन ठाकुर जी महाराज रख दिया गया। जैसा की उनके सतगुरु ने उन्हें एक कुशल वक्ता के रूप में पहचाना तथा श्रीमद भागवत पुराण कथा वचन का कार्य उन्हें सौप दिया गया।

Devkinandan Thakur Ji Biography In Hindi

जब वे महज 18 वर्ष के थे तब उन्होंने श्रीमद भागवत पुराण का प्रचार प्रसार करना शुरू कर दिया। और जिन लोगों ने उन कथाओं में भाग लिया वह महाराज जी के भक्त हो गए। वह हर किसी से प्यार करते हैं उनका आध्यात्मिक ज्ञान से दिल भरा हुआ और हर किसी प्राणी के प्रति प्रेम भावना रखते है।

भगवन राम कथा और भजन संध्या उनकी विशेषता है उनके शब्द प्रभावशाली और प्रतिशील दुनिया भर में बड़ी मात्रा में लोगों को आकर्षित करते है। अपने भक्तों के अनुरोध पर वह अपने प्रवचनों और छंद से प्रभावित हुए लोगो के लिए जो भारत से बहार जाते हैं उनके लिए हांगकांग, सिंगापुर, मलेशिया, डेनमार्क, स्वीडन और नॉर्वे में उन्होंने अपने भक्तों को भाग्यशाली होने का अवसर प्रदान किया।

सच्ची ईमानदारी, करूणा देखभाल और आध्यात्मिक ज्ञान के गुणों के आलावा एक प्रसिद्ध वक्ता है जो मधुर आवाज़ के धनि है। श्री देवकीनंदन ठाकुर जी महाराज ने कई लोगों के दिलों में एक विशेष स्थान प्राप्त किया है। महाराज जी कभी भी अपने सतगुरु की सेवा को नहीं भूले और हर बार उनके दर्शन करते है और आशीर्वाद प्राप्त करते है।

Shri Devkinandan Thakur Ji Family

महाराज जी का विवाह हो चूका है। उनकी पत्नी का नाम अंदमाता है और उनका एक पुत्र भी है जिनका नाम देवांश है। वे अपने परिवार के साथ साधारण जीवन जीते है। और लोगो को अपनी जीवन शैली से प्रेरित करते है।

Shri Devkinandan Thakur Ji Contact Details

अगर आप महाराज जी से संपर्क करना चाहते है। तो उनके सही सोशल मीडिया एकाउंट्स और फ़ोन नंबर आपको बता रहे है। आप चाहे तो आप उनके Vishwa Shanti Sewa Charitable Trust और Priyakant ju Shanti Sewa Dham (Vrindavan) में संपर्क कर सकते है और उन्हें सहयोग कर सकते है।

FacebookClick Here
InstagramClick Here
TwitterClick Here
YouTubeClick Here
Emailinfo@vssct.com
Websitevssct.com
Mobile Number+919212210143, 8448444248, (011) 47564008

ऊपर दिए गए सोशल मीडिया, वेबसाइट, टेलीफोन और ईमेल प्रणामित है। अगर आपको कोई समस्या है तो निचे कमेंट करे।

श्री देवकीनंदन ठाकुर जी के बारे में कुछ तथ्य | Facts About Shri Devkinandan Thakur Ji

  • महाराज जी मात्र 6 वर्ष की आयु में अपना घर छोड़ कर चले गए थे।
  • वह देश विदेश में 900 से ज्यादा कथाएँ कर चुके है।
  • उन्होंने सनातन धर्म का प्रचार प्रसार किया।
  • महाराज जी की एक गौशाला है जिसमे वे गौ माताओं की सेवा करते है।
  • ठाकुरजी महाराज UP Ratna Award से सम्मानित है। जो उन्हें मुख्य मंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने दिया था।
  • महाराज जी 18 सितंबर 2018 को SC/ST act के खिलाफ प्रदर्शन में जेल गए थे।
  • देवकीनंदन ठाकुर जी की Net Worth लगभग 5 crores है।

Shri Devkinandan Thakur ji Live प्रवचण

FAQ’s

Shri Devkinandan Thakur Ji Maharaj की फीस कितनी है?

Thakur Ji Maharaj भागवत कथावाचन करने के लिए 1 दिन का 1 लाख से ज्यादा पैसे लेते है और कथा 7 दिनों तक चलती है।

Shri Devkinandan Thakur Ji की Net Worth कितनी है?

Thakur Ji Maharaj की Net Worth लगभग 5 Crores है।

देवकीनंदन ठाकुर जी के कितने बच्चे हैं

ठाकुर जी महराज का एक हे पुत्र है जिनका नाम देवांश है।

देवकीनंदन ठाकुर जी की पत्नी का क्या नाम है?

महाराज जी की पत्नी का नाम अंदमाता (Andmata) है

देवकीनंदन महाराज के प्रवचण कौनसे चैनल पर live आते है?

महाराज जी अपने YouTube Channel पर live प्रसारण देते है।

Aniruddhacharya Ji और Devkinandan Thakur Ji में कौन अच्छा है?

दोनों ही अपनी अपनी जगह बेहतर है। दोनों का उद्देश्य समान है। दोनों ही बहुत अच्छे वक्ता है और जानकल्याण के लिए कार्यशील है।

अंतिम शब्द

महाराज जी कट्टर हिन्दूवादी है और अपना योगदान समाज की भलाई के लिए समय-समय पर देते रहते है। और कथा वाचन के में युवाओ को प्रेरित करते है।

भारतीय संस्कृति और सनातन धर्म को प्राथमिकता देना और उनका प्रचार प्रसार करना ही गुरूजी का उद्देश्य है। भारतीय संस्कृति की धरोहर संभालने के लिए गुरूजी का योगदान देश हमेशा याद रखेगा।

भागवद पुराण कथा वाचन YouTube पर दो ही चैनल प्रसिद्ध है जिनमे से एक Aniruddhacharya Ji है जिनका जीवन परिचय भी आपको हमारी इस वेबसाइट पर मिल जायेगा। और दूसरे हमारे Thakur ji maharaj है।

उम्मीद करते है आपको Devkinandan Thakur Ji Biography In Hindi आर्टिकल पसंद आया होगा। निचे comment करे के जरूर बताये।

3 thoughts on “Devkinandan Thakur Ji Biography In Hindi – देवकीनंदन ठाकुरजी”

Leave a Comment