Kaal Bhairav Chalisa PDF In Hindi | भैरव चालीसा

नमस्कार 🙏 दोस्तों , इस पोस्ट के द्वारा आप को kaal bhairav Chalisa PDF In Hindi को Download करने के लिए देने वाले है। यह आप को पीडीएफ के अलावा इसके lyrics भी दिए गए है। आप kaal bhairav Chalisa के benefits भी यह जान पाएंगे और इस मंत्र के बारेमे भी  काल भैरव चालीसा के लाभ और इसके फायदे भी बताया गया है। इस मंत्र का आप को hindi और sanskrit में इसका meaning भी दिया गया है।

Bhairav Chalisa In Hindi | भैरव चालीसा हिंदी में

भगवान भैरव हिंदुओं के बीच बहुत महत्व रखते हैं। उन्हें स्वयं भगवान शिव का अवतार माना जाता है। भगवान भैरव को काल और मृत्यु का अधिपति कहा जाता है। एक पौराणिक कथा के अनुसार, भगवान भैरव भगवान शिव के एक रूप हैं जो भय का नाश करते हैं। माना जाता है कि भगवान भैरव अपने भक्तों को लालच, वासना और क्रोध से मुक्त करते हैं।

Kaal Bhairav Chalisa PDF In Hindi
Kaal Bhairav Chalisa PDF In Hindi

पुराणों के अनुसार, भगवान भैरव को भगवान शिव ने असुरों और देवताओं के बीच राक्षसों को नष्ट करने के लिए बनाया था। भगवान भैरव के 64 रूप हैं और इन सभी रूपों को 8 श्रेणियों में बांटा गया है जिन्हें अष्ट भैरव कहा जाता है। हर रोज भगवान भैरव की पूजा करने से काल भैरवअष्टकम और चालीसा का पाठ करने से किसी भी बाधा और नकारात्मक शक्तियों से रक्षा होती है, जो उनके रास्ते में आती है।

भगवान भैरव की चालीसा का जाप उन्हें प्रसन्न करने और उनका आशीर्वाद लेने के सर्वोत्तम तरीकों में से एक है।विभिन्न सिद्धियों को प्राप्त करने के लिए योगियों द्वारा श्री भैरव की व्यापक रूप से पूजा की जाती है। श्री भैरव को रक्षक माना जाता है और इसलिए उन्हें कोतवाल कहा जाता है। ज्योतिष में भगवान भैरव ग्रह राहु के स्वामी हैं इसलिए राहु के अधिकतम लाभ प्राप्त करने के लिए लोग भगवान भैरव की पूजा करते हैं।

Bhairav Chalisa Benefits In Hindi | भैरव चालीसा पढ़ने के फायदे

  • भैरव चालीसा का पाठ कर आप अपने व्यापार, जीवन में आने वाली कठिनाइयों, शत्रु पक्ष से होने वाली दिक्कतों, बाधा, मुकदमें में जीत, आदि के लिए काल भैरव की उपासना का लाभ मिलता है।
  • ज्योतिष में भगवान भैरव ग्रह राहु के स्वामी हैं इसलिए राहु के अधिकतम लाभ प्राप्त करने के लिए लोग भगवान भैरव की पूजा करते हैं। भगवान भैरव शिव के उग्र रूप हैं।
  • अपने शत्रुओं, सफलता और सभी भौतिक सुखों पर विजय प्राप्त करने के लिए भगवान भैरव की पूजा बहुत उपयोगी है।
  • प्ररतिदिन सामान्य पूजा करने से भगवान भैरव को प्रसन्न करना बहुत आसान है।
  • नारियल, फूल, सिंदूर, सरसों का तेल, काला तिल आदि भगवान को चढ़ाने से श्री काल भैरव का आशीर्वाद मिलता है। 
  • श्री भैरव चालीसा का नियमित जाप करने से व्यक्ति के जीवन से सभी संकट दूर हो जाते हैं और शक्ति, समृद्धि और सिद्धियाँ प्राप्त होती हैं।
  • नियमित रूप से भैरव चालीसा का जाप करने से भी शत्रुओं और बुरी आत्माओं से छुटकारा पाया जा सकता है।
  • यही नहीं भैरव चालीसा का पाठ करने से व्यक्ति मौत के मुंह से बाहर आ जाता है और पूर्णत: स्वस्थ भी हो जाता है।
  • श्री भैरव चालीसा के पाठ से भय से मुक्ति मिलती है। आत्मविश्वास बढ़ता है। अपने जीवन में साहस एवं निडरता की अनुभूति होती है।

Kaal Bhairav Chalisa Lyrics In Hindi (भैरव चालीसा)

।। दोहा ।।

श्री गणपति, गुरु गौरिपद, प्रेम सहित धरी माथ।
चालीसा वंदन करौं, श्री शिव भैरवनाथ।।
श्री भैरव संकट हरण, मंगल करण कृपाल।
श्याम वरन विकराल वपु, लोचन लाल विशाल।।

जय जय श्री काली के लाला।
जयति जयति कशी कुतवाला।।

जयति ‘बटुक भैरव’ भयहारी।
जयति ‘काल भैरव’ बलकारी।।

जयति ‘नाथ भैरव’ विख्याता।
जयति ‘सर्व भैरव’ सुखदाता।।

भैरव रूप कियो शिव धारण।
भव के भार उतरन कारण।।

भैरव राव सुनी ह्वाई भय दूरी।
सब विधि होय कामना पूरी।।

शेष महेश आदि गुन गायो।
काशी कोतवाल कहलायो।।

जटा-जुट शिर चंद्र विराजत।
बाला, मुकुट, बिजयाथ साजत।।

कटी करधनी घुंघरू बाजत।
धर्षण करत सकल भय भजत।।

जीवन दान दास को दीन्हो।
कीन्हो कृपा नाथ तब चीन्हो।।

बसी रसना बनी सारद काली।
दीन्हो वर राख्यो मम लाली।।

धन्य धन्य भैरव भय भंजन।
जय मनरंजन खल दल भंजन।।

कर त्रिशूल डमरू शुची कोड़ा।
कृपा कटाक्ष सुयश नहीं थोड़ा।।

Kaal Bhairav Chalisa PDF In Hindi

जो भैरव निर्भय गुन गावत।
अष्ट सिद्धि नवनिधि फल वावत।।

रूप विशाल कठिन दुःख मोचन।
क्रोध कराल लाल दुहूँ लोचन।।

अगणित भुत प्रेत संग दोलत।
बं बं बं शिव बं बं बोलत।।

रुद्रकाय काली के लाला।
महा कलाहुं के हो लाला।।

बटुक नाथ हो काल गंभीर।
श्वेत रक्त अरु श्याम शरीर।।

करत तिन्हुम रूप प्रकाशा।
भारत सुभक्तन कहं शुभ आशा।।

रत्न जडित कंचन सिंहासन।
व्यग्र चर्म शुची नर्म सुआनन।।

तुम्ही जाई काशिही जन ध्यावही।
विश्वनाथ कहं दर्शन पावही।।

जाया प्रभु संहारक सुनंद जाया।
जाया उन्नत हर उमानंद जय।।

भीम त्रिलोचन स्वान साथ जय।
बैजनाथ श्री जगतनाथ जय।।

महाभीम भीषण शरीर जय।
रुद्र त्रयम्बक धीर वीर जय।।

अश्वनाथ जय प्रेतनाथ जय।
स्वानारुढ़ सयचन्द्र नाथ जय।।

निमिष दिगंबर चक्रनाथ जय।
गहत नाथन नाथ हाथ जय।।

त्रेशलेश भूतेश चंद्र जय।
क्रोध वत्स अमरेश नन्द जय।।

श्री वामन नकुलेश चंड जय।
क्रत्याऊ कीरति प्रचंड जय।।

रुद्र बटुक क्रोधेश काल धर।
चक्र तुंड दश पानिव्याल धर।।

करी मद पान शम्भू गुणगावत।
चौंसठ योगिनी संग नचावत।।

करत ड्रिप जन पर बहु ढंगा।
काशी कोतवाल अड़बंगा।।

देय काल भैरव जब सोता।
नसै पाप मोटा से मोटा।।

जानकर निर्मल होय शरीरा।
मिटे सकल संकट भव पीरा।।

श्री भैरव भूतों के राजा।
बाधा हरत करत शुभ काजा।।

ऐलादी के दुःख निवारयो।
सदा कृपा करी काज सम्भारयो।।

सुंदर दास सहित अनुरागा।
श्री दुर्वासा निकट प्रयागा।।

श्री भैरव जी की जय लेख्यो।
सकल कामना पूरण देख्यो।।

।। दोहा ।।

जय जय जय भैरव बटुक स्वामी संकट टार।
कृपा दास पर कीजिये, शंकर के अवतार।।
जो यह चालीसा पढ़े, प्रेम सहित सत बार।
उस पर सर्वानंद हो, वैभव बड़े अपार।।

Kaal Bhairav Chalisa PDF In Hindi (भैरव चालीसा पीडीएफ)

इस लिंक से आप Kaal Bhairav Chalisa PDF In Hindi को Download कर सकते हैं। इस लिंक पर क्लिक करते ही आप free download कर इसका पाठ कर पाएंगे। इस लिंक से आप केवल Kaal Bhairav Chalisa Lyrics pdf को हिन्दी अर्थ सहित में डाउनलोड कर सकते हैं। इसके lyrics आप को नीचे मिल जायेंगे in hindi और sanskrit में दिए है। इसके meaning भी दिया गया है।

Leave a Comment